pan d tablet uses in hindi – अलकेम लॅबोरेटरी द्वारा निर्मित पैन डी कैप्सूल की सक्रिय सामग्री में डोमपेरीडोन 30 मीग्रा और पेंटाप्राझोल 40 मीग्रा होती है,पैन डी कैप्सूल का उपयोग एसीडीटी, पेप्टिक अल्सर, गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग,पेट में जलन, खट्टी डकार जैसी बिमारियो और बीमरियों के लक्षणो को सुधार करणे में कीया जाता है.
पेंटाप्राझोल पेट में बढि हुई एसिड की मात्रा को कम करणे का काम करता है इस वजह से पेट में जलन, खट्टी डकार और पेट की गैस से राहत मिलती है, इसके अलावा डोमपेरीडोन एक उलटी निरोधक दवा है जो अकारण आने वाली उलटी को रोकता है।
पैन डी कैप्सूल को भोजन के बाद या भोजन के पेहले लिया जा सकता है, आम एसीडीटी में पैन डी कैप्सूल को एक खुराक में राहत मिलती है लेकीन अन्य किसीं बिमारियो में डॉक्टर आपको अधिक खुराक निर्धारित कर सकते है। खुराक की मात्रा डॉक्टर आपकी स्थिती से निर्धारित करेंगे।
दस्त, पेट दर्द, पेट फूलना, मुंह में सूखापन और सिरदर्द यह पैन डी कैप्सूल के सामान्य तोर पर दिखाई देने वाले दुष्प्रभाव है,हालाकी यह दुष्प्रभाव कुछ देर में नष्ट हो जाते है लेकीन यदी यह दुष्प्रभाव आपको परेशानी देते है तो कृपया अपने डॉक्टर की सलाह लें।
Pan D Tablet दवा को चालू करणे से पेहले आपके शरीर की मौजुदा स्थिती, किडनी या लिव्हर की बिमारी या किसीं भी तरह की एलर्जी आपको हो तो इसका जिकर डॉक्टरसें करें।
सारांश :
पैन डी कैप्सूल का वर्ग | एंटासीड और उलटी निरोधक |
पैन डी कैप्सूल की सक्रिय सामग्री | डोमपेरीडोन 30 मीग्रा और पेंटाप्राझोल 40 मीग्रा |
पैन डी कैप्सूल का उपयोग | एसीडीटी, पेप्टिक अल्सर, गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग,पेट में जलन, खट्टी डकार |
पैन डी कैप्सूल का किमत | 190 रुपये |
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pan d tablet uses in hindi – पैन डी कैप्सूल का उपयोग
pan d tablet का उपयोग अपने चिकित्सक द्वारा निर्देशित बिमारियो में करें, यह दवा मूह से लेने वाली दवा है डॉक्टर आमतौर पर एक बार दैनिक खुराक का निर्देशन कर सकता है।नीचे दिए गइ बिमारियो में किया जा सकता है।
1.एसीडीटी – सिने में जलन
एसीडीटी को एसिड रिफ्लक्स के नाम से भी जाना जाता है। हम जब भी खाना खाते हैं यह खाना अन्नप्रणाली के माध्यम से हमारे पेट में चला जाता है। जहाँ पाचन करणे के लिए एसिड का निर्माण होता है। जब पाचन प्रक्रिया के लिए गैस्ट्रिक ग्रंथियां जरूरत से ज्यादा एसिड बनाती हैं, तो आपको सिने और पेट में जलन महसूस होती हैं। इस स्थिति को आमतौर पर अम्लता /एसीडीटी कहा जाता है।
एसिडिटी के कारण:
गैस्ट्रिक ग्रंथियों द्वारा पेट में एसिड के अधिक उत्पादन के कारण अम्लता होती है। एसिडिटी पैदा करने वाले कारकों में शामिल हैं:
- अनियमित समय पर भोजन करना
- भोजन के बाद तुरंत सो जाना
- मसालेदार भोजन का सेवन
- नमक का अधिक सेवन
- आहार में फायबर की कमी
pan d tablet uses in hindi – पॅन-डी कैप्सूल की एक खुराक सम्पूर्ण दिन भर एसिडिटी से छुटकारा दिलाती है। Reference
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2.गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग
Gastroesophageal reflux disease जिसे जीईआरडी नाम से भी जाना जाता है, यह एक पाचन विकार है जो आपके घुटकी और आपके पेट के बीच की मांसपेशी की चक्री को प्रभावित करता है। एसिड की मात्रा का बढणा इसके आम कारण होता है।
ज्यादातर मामलों में, आप आहार और जीवन शैली में परिवर्तन के माध्यम से अपने जीईआरडी लक्षणों को कम कर सकते हैं। ज्यादातर मामलों में, आप आहार और जीवन शैली में परिवर्तन के माध्यम से अपने जीईआरडी लक्षणों को कम कर सकते हैं।
गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग के कारण
- अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होना
- गर्भावस्था
- पेट का खाली होना
- संयोजी ऊतक के रोग जैसे गाठीया
- धूम्रपान
- चॉकलेट और फैटी या तले हुए खाद्य पदार्थ, कॉफी और शराब
- एस्पिरिन सहित कुछ दवाएं या अँटिबायोटिक Zifi 200 Tablet, Cefixime Tablet
pan d tablet uses in hindi – पैंटोप्राज़ोल का उपयोग गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) से होने वाले नुकसान के इलाज के लिए किया जाता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें पेट से एसिड के पीछे की ओर बहने से वयस्कों और बच्चों में घेघा (गले और पेट के बीच की नली)। Reference
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3.ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम
ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम एक दुर्लभ बिमारी है जीसमे मरीज के अग्न्याशय या छोटी आंत ऊपरी हिस्से ट्यूमर होता है। इस ट्यूमर को गैस्ट्रिनोमा केहते है, ये ट्युमर में बडी मात्रा में गैस्ट्रिन हार्मोन का स्त्राव होता है। इस वजह से आपके पेट में बहुत अधिक एसिड पैदा होता है। जीस कारण पेप्टिक अल्सर, साथ ही दस्त और अन्य लक्षणों दिखाई देणे लगते है।
ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम के लक्षण
ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं:
- पेट में दर्द (दर्द की दवा)
- दस्त
- कब्ज
- अपने ऊपरी पेट में जलन
- आपके पाचन तंत्र में रक्तस्राव
- खट्टी डकार
- अचानक वजन घटना (वजन बढ़ाने की दवा)
- भूक में कमी (भूक की दवा)
pan d tablet uses in hindi – पॅन-डी कैप्सूल का उपयोग ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम में किया जा सकता है। ईसकी खुराक डॉक्टर की सलाह स्व निर्धारित करें। Reference
4.पेप्टिक अल्सर
आपके पेट के अंदरूनी परत और आपकी छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में छाले या फोडे आना इस समस्या को पेप्टिक अल्सर केहते है। इसका मुख्य कारण पेट में एसिड की मात्रा बढणा होता है। पेप्टिक अल्सर का सबसे आम लक्षण पेट दर्द है। पेप्टिक अल्सर दो प्रकार के होते है।
गैस्ट्रिक अल्सर: पेट के अंदर होने वाले अल्सर को गैस्ट्रिक अल्सर केहते है।
ड्युओडेनल अल्सर: छोटी आंत (duodenum) के ऊपरी भाग के अंदर होता है,उसपर होने वाले अल्सर को ड्युओडेनल अल्सर केहते है।
- पेप्टिक अल्सर के लक्षण
- पेट में जलन
- पेट फूलना
- फॅट्स वाले पदार्थों के प्रति असहिष्णुता
- जी मिचलाना
pan d tablet uses in hindi – ड्युओडेनल अल्सर के इलाज के लिए पीएच 4 से कम बनाना होता है, जीससे अल्सर वाले रोगियों में श्लेष्मा रक्तस्राव पर निर्बंध लग सकता है। पॅन-डी कैप्सूल का उपयोग पेप्टिक अल्सर में किया जा सकता है। यह दवा अतिरिक्त एसिड की स्तिथी को सामान्य करने में मदद करती है। Reference
5.डीसपेप्सीआ
डीसपेप्सीआ, जिसे अपच भी कहा जाता है, इस बिमारी में ऊपरी पेट में बेचैनी या दर्द होता है। हालाकी इसे बिमारी नहीं माना जाता इसे केवळ एक लक्षण माना जाता है।
डीसपेप्सीआ एक आम समस्या है जो 30% तक आबादी को प्रभावित करती है। डीसपेप्सीआ के सामान्य लक्षणों में सूजन, बेचैनी, बहुत अधिक भरा हुआ महसूस होना, मतली और पेट में गैस शामिल हैं।
डीसपेप्सीआ में डोमपेरीडोन 30 मीग्रा और पेंटाप्राझोल 40 मीग्रा का ईस्तेमाल किया जा सकता है। पॅन-डी कैप्सूल की दिन में एक या दो खुराक डीसपेप्सीआ में राहत दिला सकती है।
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Dosage Of Pan D Tablet In Hindi – पॅन-डी कैप्सूल की खुराक
हर गोली में डोमपेरीडोन 30 मीग्रा और पेंटाप्राझोल 40 मीग्रा होता है। इसका खुराक हर बिमारि में अलग होता है, यह खुराक नीचे दिया गया है:
- एसिड रिफ्लक्स या एसीडीटी में पॅन-डी कैप्सूल की एक खुराक काफी होती है।
- पेट के अल्सर में दैनिक एक खुराक की सिफरीश की जाती है।
- ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम में Pan D Tablet दिन में दो बार लेने की जरूरत होती है।
- डीसपेप्सीआ में Pan D Tablet की दिन में एक खुराक काफी होती है।
- गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग में Pan D Tablet की दिन में दो बार लेने की सलाह दि जाती है, लेकीन यह खुराक आपकी स्थिती पर निर्भर होती है।
Pan D Tablet को कब तक लेना चाहीए ?
पॅन-डी कैप्सूल को दो सप्ताह तक लेने की सलाह दि जाती है, यदी दो हफ्ते बाद भी आपके लक्षण कम नहीं होते तो आप डॉक्टर से सलाह मशहुरा करें।
Substitute Of Pan D Tablet In Hindi
Brand Name | MRP In RS |
---|---|
Pantakind-DSR Capsule | 88.75 |
Pantodac DSR Capsule | 251.54 |
Ulpan-DSR Capsule | 130.5 |
Pantadom-SR Capsule | 83.49 |
P2i-D Capsule PR | 132.30 |
Cocid DSR Capsule | 100 |
Pantocid DSR Capsule | 205 |
Pentalink-D 30 Capsule PR | 92 |
Padup Capsule PR | 75 |
Pantocar-D Capsule PR | 153 |
Pptroy D Capsule PR | 106.48 |
Pantotab DSR Capsule | 152 |
Pantastic D Capsule PR | 137 |
Vinpan DSR Capsule | 97 |
Anleo-DSR Capsule | 120 |
Side effects of pan d tablet in hindi
ज्यादातर लोग जो pan d tablet लेते हैं, उनको कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। यदि आपको कोई साइड इफेक्ट होता है, तो यह आमतौर पर हल्का होगा और जब आप pan d tablet लेना बंद कर देते हैं तो यह चला जाएगा।
Interaction of pan d tablet in hindi
कुछ दवाएं पैंटोप्राजोल के कार्य में हस्तक्षेप कर सकती हैं और आपको दुष्प्रभाव होने की अधिक संभावना है। जिनके नाम है:
- डिगोक्सिन
- ऐंटिफंगल दवाएं जैसे कि इट्राकोनाजोल, केटोकोनैजोल, पॉसकोनाजोल और वोरिकोनाजोल
- मेथोट्रेक्सेट (कैंसर, सोरायसिस और गठिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा)
- एचआईवी की दवाएं
- रिफैम्पिसिनरक्त को पतला करने वाली दवाएं, जैसे क्लोपिडोग्रेल और वारफेरिन
FAQs Of Pan D Tablet Uses In Hindi
पैंटोप्राजोल एक प्रोटॉन पंप इनहिबिटर (पीपीआई) वर्ग की दवा होती है।
प्रोटॉन पंप अस्तर में छोटे पदार्थ होते हैं जो आपके भोजन को पचाने के लिए एसिड बनाने में मदद करते हैं।
पैंटोप्राजोल प्रोटॉन पंप को ठीक से काम करने से रोकता है। यह पेट में बनने वाले एसिड की मात्रा को कम करता है। और हमे एसीडीटी से राहत मिलती है।
इसका असर आधे घंटे में चालू होता है और 12 से 14 घंटे तक रेहता है। इसके अलावा आपको 2 से 4 दिन लग सकते है किसीं भी बिमारी में अच्छा असर दिखणे में।
1.एसीडीटी – सिने में जलन
2.गैस्ट्रोइसोफैजियल रिफ़्लेक्स रोग
3.ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम
4.पेप्टिक अल्सर
5.डीसपेप्सीआ
यदी यह गोली आप 3 महिने से अधिक काल तक लेते हो तो आपके शरीर में मॅग्नेशियम की कमी दिखाई देगी। इससे आप थका हुआ, भ्रमित और चक्कर महसूस कर सकते हैं और मांसपेशियों में दर्द, अकड़न और अनियमित धड़कन का कारण बन सकते हैं। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं।
जी नहीं, यह गोली आपको उनिंदापन दिलाती है, इसलीए pan d tablet को शराब के साथ न लें।
pan d tablet से उनिंदापन और निंद आती है इसलीए इसके सेवन के बाद न तो गाडी चलाए और न तो माफी मशिनरी को चलाए।।
Pantoprazole गर्भावस्था के दौरान आमतौर पर अनुशंसित नहीं किया जाता क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह सुरक्षित है या नहीं।
Omeprazole नामक दवा होती है, जो कि पैंटोप्राजोल के समान है वह गर्भावस्था में सुरक्षित है।
जब आप स्तनपान कर रहे हों तो पॅन-डी कैप्सूल को लेना सुरक्षित होता है। यह स्तनदूध में गुजरता है, लेकिन केवल थोड़ी मात्रा में लेना चाहीये जोकी बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होता है।
तो दोसतो उम्मीद है आपको यह लेख (Pan D Tablet Uses In Hindi) पसंद आया हो आपको Pan D Tablet Uses बारे में सारी जाणकारी मिली हो यदी इसके अलावा आप कुछ जणना चाहते हो तो कृपया कमेंट करके पुछे। धन्यवाद
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