मस्से वाली बवासीर की दवा ऐसी दवाइयाँ है जो बवासीर के मस्से कम करने, सुखाने और जड़ से खत्म करने में उपयोगी होती है।
आज के इस लेख में आपको मस्से वाली बवासीर की दवा के बारे में सभी चीजों के बारे में पढ़ने को मिलेगा।
आज के इस लेख में आपको मस्से वाली बवासीर की दवा के बारे में सभी चीजों के बारे में पढ़ने को मिलेगा। जैसे की खुराक, फायदे, दुष्प्रभाव और सेवन के निर्देशन।
अन्य लेख – बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम के नाम
मस्से वाली बवासीर क्या होती है?
बवासीर के मस्से निचले मलाशय और गुदा में सूजी हुई नसें होती हैं। बवासीर में यह मस्से मलाशय के अंदर या गुदा द्वारा त्वचा के नीचे बन सकती है।
बवासीर के मस्से होने के कारण
- जीर्ण दस्त या कब्ज
- कम फाइबर वाला आहार
- मोटापा
- गर्भावस्था
- शौचालय पर बहुत देर तक बैठे रहना
- मल त्याग के दौरान तनाव
मस्से वाली बवासीर की दवा की सूची
1.Krishna’s हर्बल और आयुर्वेद पाइल्स केयर जूस
कृष्णा पाइल्स केयर जूस एक आयुर्वेदिक औषधि मस्से वाली बवासीर की प्रभावी दवा है जो सभी प्रकार के बवासीर के मस्से और कब्ज के उपचार में लाभकारी है।
इसके अलावा यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।
Krishna’s हर्बल और आयुर्वेद पाइल्स केयर जूस की मुख्य सामग्री
- कुटाजी
- बिलाव
- चित्रक मूल
- सोंथो
- आतिश
- हराडी
- धमासा
- दारू हल्दी
इस बवासीर के मस्से की दवा के मुख्य लाभ:
- बवासीर के मस्से सुखाने के इलाज की असरदार दवा।
- बवासीर में खुजली और दर्द की समस्याओं का प्रभावी प्रबंधन।
- पाइल्स के आयुर्वेदिक उपचार का उद्देश्य कब्ज (बवासीर के लिए सबसे सामान्य कारक) को कम करना और संबंधित दर्द को दूर करना है।
- विभिन्न पाचन तंत्र विकारों को प्रबंधित करता है।
2.AAyurveda StayOff-4 पाइल्स कैप्सूल
AAyurveda StayOff-4 पाइल्स कैप्सूल यह मस्से वाली बवासीर की दवा शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनाई गई दवा है।
बवासीर के मस्से सुखाने के अलावा इस दवा का इस्तेमाल खुनी बवासीर, फिशर और फुस्तुला में किया जा सकता है।
AAyurveda StayOff-4 पाइल्स कैप्सूल की खुराक
- पहले 7 दिनों के लिए नाश्ते के 1 घंटे पहले 2 कैप्सूल और रात के खाने के 1 घंटे पहले 2 कैप्सूल लें।
- फिर 7 दिनों बाद, नाश्ते के 1 घंटे पहले 1 कैप्सूल और अगले 16 दिनों के लिए रात के खाने से 1 घंटे पहले 1 कैप्सूल लें।
इस मस्से वाली बवासीर की दवा की सामग्री
- टर्मिनलिया बेलेरिका (बहेड़ा),
- मेसुआ फेरिया (नागकेसर),
- टर्मिनालिया चेबुला (हरड),
- प्लंबैगो ज़ेलेनिका (चित्रक,
3.Toptime Deltas Pilescare क्रीम
डेल्टा की पाइल्सकेयर क्रीम (मस्से वाली बवासीर की दवा) अच्छी तरह से अध्ययन की गई जड़ी-बूटियों का एक पॉलीहर्बल फॉर्मूलेशन है जो न केवल बवासीर और रक्तस्राव के विभिन्न लक्षणों से राहत प्रदान करती है; लेकिन पाचन में सुधार करने, भूख बढ़ाने और इन सबसे ऊपर, आंतों के सुचारू मार्ग को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं – जिससे नसों पर दबाव कम होता है और बवासीर होने की संभावना कम होती है।
इस क्रीम के इस्तेमाल के निर्देशन
- सबसे पहले बवासीर के मस्से के क्षेत्र को धो ले और साफ़ कपड़े से पौंछ ले।
- अब एप्लीकेटर के मदद से इस क्रीम को बवासीर के मस्से पर लगाए।
- इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराए।
4.Anusol पाइल्स क्रीम
यह खूनी बवासीर की अंग्रेजी दवा बवासीर के मस्से पर सबसे बेहतरीन दवा है। आपके बवासीर के मस्से को हल करने के लिए यह प्रथम क्रमांक की दवा है। इसे आप एमेजॉन से बिना किसी डॉक्टर के पर्ची से खरीद सकते है।
इस दवा की खासियत
- बवासीर के दर्द और परेशानी से प्रभावी, सुखदायक राहत प्रदान करता है।
- बवासीर, खुजली, फिशर और अन्य संबंधित गुदा स्थितियों पर प्रभावी।
- इस मस्से की दवा में जिंक होता है जो बवासीर के मस्से छोटे करने में मदद करता है।
5.Triguni हर्बल बवासीर बूटी
त्रिगुणी बावसिर बूटी एक उन्नत फार्मूला है जो मस्से वाली बवासीर और फिशर-इन-एनो की दवा के रूप से जाना जाता है।
यह १०० प्रतिशद शुद्ध और प्रभावी घटकों से बनी एक हर्बल और प्राकृतिक मस्से वाली बवासीर की दवा है।
हर्बल बवासीर बूटी दवा की मुख्य सामग्री
- पीपल
- ज़ीरा बिचोनिया
- पुष्खर मूल
- नीम के बीज
- सोंधी
- अज़वाइन
- काला जीरा
मस्से वाली बवासीर की इस दवा का मुख्य लाभ
- यह न केवल दर्द और खुजली से राहत देता है बल्कि मलाशय से खून बहना भी रोकता है
- यह सूजन और बवासीर के आकार को कम करता है
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक
6.Shushen हर्बल विरेचन चूर्ण
मस्से वाली बवासीर की दवा व्यास स्वदिष्ट विरेचन चूर्ण रेचक गुणों के साथ आता है और यह पुरानी कब्ज, पेट दर्द, अति अम्लता और गैस्ट्र्रिटिस में संकेतित है।
मुख्य सामग्री:
- सेन्ना
- सौंफ
- मुल्हेती
इस्तेमाल के लिए निर्देश:
व्यास स्वाधिष्ठ विरेचन चूर्ण 3-5 ग्राम रात को सोते समय पानी या दूध के साथ लें या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें।
7.Germoloids क्रीम
Germoloids Cream एक ट्रिपल-एक्शन फॉर्मूला है जो बवासीर (बवासीर) के लक्षणों से तेज, सुन्न करने वाला राहत प्रदान करता है।
मस्से वाली बवासीर की दवा एक स्थानीय संवेदनाहारी के साथ तैयार की जाती है ताकि दर्द, खुजली और सामान्य असुविधा को सुन्न और शांत किया जा सके।
जर्मोलॉइड क्रीम में जिंक ऑक्साइड भी होता है जो बढ़े हुए बवासीर के मस्से को सिकोड़ने में मदद करता है और संक्रमण के खिलाफ संवेदनशील त्वचा की रक्षा करता है।
इस्तेमाल के निर्देशन
- प्रत्येक आवेदन के बीच कम से कम तीन से चार घंटे के साथ दिन में कम से कम दो बार क्रीम लगाएं।
- आगे के आवेदन दिन के किसी भी समय किए जा सकते हैं और विशेष रूप से मल त्याग के बाद सिफारिश की जाती है।
8.प्राकृतिक रक्तस्राव क्रीम – बाहरी ढेर के लिए सर्वश्रेष्ठ बवासीर उपचार और राहत
बवासीर के मस्से के लिए सर्वश्रेष्ठ अल्ट्रा क्लियर प्लस आपकी त्वचा की देखभाल करता है, विभिन्न प्रकार की त्वचा की जलन और चोटों को शांत करता है और पुन: उत्पन्न करता है।
अल्ट्रा क्लियर प्लस बवासीर, फिशर के लिए बेहद प्रभावी है। यहां तक कि वैरिकाज़ और स्पाइडर वेन्स भी!
बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय
1.हल्दी और नीम
यह दोनों ही आयुर्वेदिक जड़ी बुटिया जीवाणुरोधक और विरोधी भड़काऊ गुणधर्म से भरपूर होती है जो बवासीर के मस्से सुखाने के लिए एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय है।
हल्दी और नीम अपने एंटीसेप्टिक और उपचार गुणों के लिए जानी जाती है। एक चम्मच हल्दी पाउडर में कुछ नीम की पावडर शहद के साथ मिलाएं और इसे बवासीर के मस्से सुखाने के लिए इस्तेमाल करे। इसलिए इसका दिन में दो या तीन बार उपयोग करें।
2.नीम, तुलसी और एलो वेरा
एलो वेरा और नीम में मौजूद जीवाणुरोधी और शीतलन एजेंट बवासीर के मस्से को सुखाने का एक आयुर्वेदिक उपाय है।
बवासीर के मस्से सुखाने के अलावा इस उपाय का इस्तेमाल त्वचा के अनेक समस्या जैसे की रैश, मुँहासे और दाद खुजली में भी किया जा सकता है।
कैसे उपयोग करें: – इस जेल को बवासीर के मस्से पर दिन में ३ से ४ बार लगाए और २ दिन के भीतर आपके बवासीर के मस्से को सुखाइए।
3.नीम तुलसी स्किन जेल
तुलसी के पत्ते बहुत सी बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं। यह इसके विरोधी भड़काऊ गुणों के कारण होता है। इसीलिए तुलसी को बवासीर के मस्से सुखाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया गया है।
बाहरी बवासीर में तुलसी और नीम की पत्तियों का पेस्ट मिलाकर लगाने से सूजन और दर्द से तुरंत राहत मिलती है।
Frequently Asked Questions
मस्से वाली बवासीर की दवा क्या है?
मस्से वाली बवासीर की दवा ऐसी दवाइयाँ है जो बवासीर के मस्से कम करने, सुखाने और जड़ से खत्म करने में उपयोगी होती है।
मस्से वाली बवासीर की दवा कौनसी है?
मस्से वाली बवासीर की दवा में शामिल नाम हर्बल और आयुर्वेद पाइल्स केयर जूस, AAyurveda StayOff-4 पाइल्स कैप्सूल, Deltas Pilescare क्रीम, Anusol पाइल्स क्रीम और अन्य दवाइया आती है।
इन बवासीर की दवाइयों की दुष्प्रभाव क्या होते है?
यह सभी दवाइयों को प्राकृतिक और आयुर्बेदिक जड़ी बूटियों से बनाया जाता है। इसीलिए इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते जब आप इसे सही मात्रा और सही तरीके से उपयोग करते है।