बवासीर की गारंटी की दवा – बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

बवासीर की गारंटी की दवा के बारे में आज के इस लेख में हम विस्तार से बताने की कोशिश कर रहे है। इसके अलावा हम बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज के बारे में भी आपको इस लेख में पढ़ने को मिलेगा।

Cureveda Piles Elixir Syrup और Patanjali Divya Arshkalp Vati यह ऐसी आयुर्वेदिक दवाइया है जो बवासीर की गारंटी की दवा की सूचि में अव्वल होती है। इसके अलावा यदि आप बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम इन दवाइयों के साथ इस्तेमाल करते है तो आपको इसका अधिक लाभ हो सकता है।

बवासीर क्या होता है? Piles Meaning In Hindi

बवासीर बढ़े हुए रक्त वाहिकाए होती हैं जो आप अपने गुदा के अंदर या आसपास (शुरुवाती हिस्से में) हो सकते हैं। आपके गुदा में रक्त वाहिकाओं का होना पूरी तरह से सामान्य है, क्योंकि वे आपकी निरंतरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन अगर ये रक्त वाहिकाएं बड़ी हो जाती हैं, तो बवासीर विकसित हो जाता है।

बवासीर की गारंटी की दवा – बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

हर्बल और आयुर्वेदिक सामग्री, शुद्धता, सही सामग्री और भरोसेमंद कंपनी का उत्पाद यह बवासीर की गारंटी की दवा की ख़ासियत होती है। निचे दी गई सूचि इसी तथ्य पर निर्भर है।

1.Cureveda Herbal Combo For Piles

क्युअरवेदा पाइल्स अमृत एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी से बनी बवासीर की गारंटी की दवा है जो बवासीर को जल्द हटाने में मदद करता है।

यह रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त केशिकाओं को संकुचित करने में मदद करता है और ऐसे बवासीर को कम करने में मदद करता है।

क्युअरवेदा हर्बल दवा की विशेषताए:

  • बवासीर में दर्द, खुजली और चुभन संवेदनाओं से राहत दिलाने में सहायक,
  • इसमें मौजूद कुटकी एक ऐसा घटक है जो लीवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है,
  • त्रिफला का व्यापक रूप से पाचन स्वास्थ्य में उपयोग किया जाता है क्योंकि यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है,
  • फोड़े, कार्बुनकल, अल्सर, फिस्टुला, रक्तस्राव, मस्से और नॉन ब्लीडिंग पाइल्स में उपयोगी,
  • त्रिफला गुदा दबाव को कम करने में मदद करता है।

2.Aayurvedya Stayoff-4 Piles कैप्सूल

स्टेऑफ़ 4 पाइल्स यह ऐसी दवाइ है जो रक्तस्त्राव, मस्से, खूनी बवासीर, बादी बवासीर, और बवासीर के मस्से सुखाने के लिए एक बेहतरीन और विज्ञानं द्वारा प्रमाणित बवासीर की गारंटी की दवा है।

१४ हर्बल आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनी यह बेहतरीन दवा बिना किसी साइड इफेक्ट्स के आपकी बवासीर की समस्या को कम करते है।

सेवन के लिए निर्देशन

  • पहले 7 दिनों के लिए 2 कैप्सूल नाश्ते के 1 घंटे पहले और 2 कैप्सूल लंच/डिनर के 1 घंटे पहले लें।
  • फिर, अगले 16 दिनों के लिए 1 कैप्सूल नाश्ते के 1 घंटे से पहले और 1 कैप्सूल लंच/डिनर के 1 घंटे से पहले लें।

आयुर्वेदा स्टेअवे फोर पाइल्स की विशेषताएँ:

  • १००% शुद्ध आयुर्वेदिक दवा,
  • इसमें मौजूद हर्बल घटक दर्द और सूजन को कम करते हैं और मल त्याग को आसान बनाते हैं,
  • बवासीर में बढ़े हुए पित्त और वात दोष को कम करने में लाभकारी,
  • सबसे पावरफुल दवा।

3.PYKURE NO MORE SILENT SUFFERING Piles

यह दवा बवासीर की गारंटी की दवा में सर्वोत्तम पर्याय इसीलिए है क्योंकि आपको एक पैक के अंदर, एक पाइल्स की कैप्सूल की बोतल, दो बवासीर पर लगाने के लिए क्रीम और एक बवासीर के मस्से सुखाने के लिए जबरदस्त प्रभावी पाउडर मिल जाते है।

इसमें मौजूद नाग पुष्प, त्रिफला, जीरा और नीम जैसे आयुर्वेदिक तत्व जो पाचन स्वास्थ्य में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं, यह सभी प्रकार के एनो-रेक्टल विकारों और बवासीर के उपचार का प्रबंधन करते हैं। इसके अलावा पाचन में सुधार और सूजन को कम करने में मदद करता है।

सेवन की सुचना

  • 2 कैप्सूल सुबह नाश्ते से पहले दो बार और शाम को रात के खाने से पहले 1 महीने तक या पूरी राहत मिलने तक।
  • सलाह के अनुसार दवा का इस्तेमाल करने से एक महीने के भीतर परिणाम दिखना शुरू हो जाते हैं।

4.Dr. Piles Free Powder Capsule Oil

डॉ पाइल्स फ्री पाउडर, तेल और कैप्सूल के कौंबिनेशन से बनीबवासीर की गारंटी की दवा है। यह बाहरी और आंतरिक बवासीर के लिए उपयोगी दवा है।

बिना किसी सर्जरी और साइड इफ्फेक्ट के यह दवा दर्दनाक, रक्तस्राव और खुनी बवासीर से छुटकारा पाने के लिए बेहतरीन दवा है।

यह दवा आयुष मंत्रालय द्वारा भी प्रमाणित है और इसके उपयोग से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। मल का मार्ग सुगम हो जाता है। पाचन तंत्र में सुधार होगा और रोगी को कोई अन्य पुरानी बीमारी नहीं होगी।

डॉ. पाइल्स फ्री के उपयोग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए फाइबर आधारित और तरल आहार को शामिल करने की सलाह दी जाती है। बवासीर को पूरी तरह से दूर करने के लिए नियमित रूप से इस दवा का प्रयोग करें।

5.Anusol Piles Treatment Cream

यदि आप बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम ढूंढ रहे हो तो आपको यह क्रीम बेहतरीन विकल्प हो सकती है।

इस दवा का उपयोग मामूली दर्द, खुजली, सूजन और बवासीर के कारण होने वाली परेशानी और गुदा क्षेत्र की अन्य समस्याओं (जैसे, गुदा विदर, बवासीर) के इलाज के लिए किया जाता है।

इसमें मौजूद हाइड्रोकार्टिसोन एक कॉर्टिकोस्टेरॉइड है जो लालिमा, खुजली और सूजन को कम करता है।

उपयोग की विधि

  • बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम का उपयोग करने से पहले, प्रभावित क्षेत्र को हल्के साबुन और पानी से साफ करें, अच्छी तरह से कुल्ला और थपथपाकर सुखाएं।
  • उसके बाद इस उत्पाद को गुदा के अंदर लगाने के लिए, उत्पाद पैकेज के सभी निर्देशों का पालन करते हुए, एप्लीकेटर टिप/कैप/नोजल का उपयोग करें, या अपने चिकित्सक द्वारा निर्देशित अनुसार उपयोग करें।

6.बैद्यनाथ बवासीर की दवा

Baidyanath Sidpiles इस दवा का नाम है जो बवासीर पर एक आयुर्वेदिक और शुद्ध तत्वों से बनी दवा है।

निम्बोली, खश, कहरवा पिष्टी, कुटकी, खुंखरबा, हीराबोल, बकायन मगज, बहेड़ा छिलका, हरड़ बड़ी, आवला काली जैसी जड़ी बूटियों से बनी यह बवासीर की गारंटी की दवा अत्यंत प्रभावी है जिसे आप बिना किसी संकोच के खरीद ले।

बैद्यनाथ बवासीर की दवा तुरंत रक्तस्राव की जाँच करता है और रक्त वाहिकाओं में जमाव को दूर करता है और इस तरह से पेट और भारीपन की भावना को दूर करता है।

बैद्यनाथ बवासीर की दवा सूजन से भी राहत देता है और इसलिए दर्द को कम करता है। यह बवासीर को सिकोड़ने में मदद करता है और इस तरह जल्दी ठीक होने में मदद करता है।

7.Pilorap Forte Ayurvedic Medicine

पिलोरैप फोर्ट टैबलेट एक बवासीर की गारंटी की दवा है, इसका सेवन करना सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

यह रक्तस्राव, गैर-रक्तस्राव बवासीर, खुनी बावसीर, फिशर, फिस्टुला, मलाशय की सूजन और एनो-रेक्टल विकारों में बहुत प्रभावी और सहायक है।

बवासीर दवा की खुराक: 1-2 गोलियां दिन में दो बार पानी के साथ।

पिलोरैप फोर्ट टैबलेट का प्रयोग करें और बवासीर की पीड़ा को पूर्ण विराम दें।

8.TANVIJYESHTA: HERBAL PRODUCT FOR PILES

तनविज्येष्ठ एक हर्बल सप्लीमेंट है और सभी के लिए एक अच्छा पाचक टॉनिक है। तो, इसका उपयोग बवासीर, फिशर, कब्ज, मुंह के छालों आदि जैसी स्वास्थ्य शिकायतों के लिए भी किया जा सकता है।

यह आपके समग्र आंत स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है और आपको दैनिक आधार पर बेहतर महसूस करने में मदद करता है।

तन्विज्येष्ठ टैबलेट खांसी, कठोर आवाज, खर्राटे, छींकने, सांस फूलने आदि के लिए सर्वश्रेष्ठ दवाइयों में से एक है। खर्राटे एक ऐसी स्थिति है जिससे सभी उम्र के कई लोग – पुरुष और महिला – पीड़ित हैं।

तन्विज्येष्ठ टैबलेट सभी उम्र के लोगों के लिए खांसी के सबसे अच्छे उपचारों में से एक है। हमारे डॉक्टर इन गोलियों को बालों और त्वचा से संबंधित सभी समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य शिकायतों के लिए भी लिखते हैं।

इसकी मीठी स्वाद प्रकृति और 100% हर्बल गुणों के कारण, यह दवा बच्चों के साथ-साथ वयस्कों द्वारा भी ली जा सकती है।

9.Herbalife Activated Fibre

अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त आहार फाइबर आवश्यक होते है। बवासीर में मलत्याग एक गंभीर समस्या होती है और ऐसे में फायबर के सेवन से आपको बवासीर के दर्द से राहत मिल सकती है।

बवासीर हमेशा मलत्याग के दौरान अधिक जोर लगाने से होता है। इससे आपके गुदे के आसपास की नसे सूज जाती है। इसकारण बवासीर अधिक गंभीर हो जाता है। इसीलिए यह दवा कब्ज और बवासीर पर प्रभावी मानी जाती है।

10.PIONEER HEMORRHOID PLUS Piles syrup

पायनियर फार्मा हेमोराहाइड प्लस सिरप एक होम्योपैथिक फॉर्मूलेशन है जिसमें शक्तिशाली तत्व होते हैं जो गुदा, बवासीर, फिशर, खुजली और अत्यधिक रक्तस्राव को ठीक करने में मदद करते हैं।

यदि आपको टैबलेट,कैप्सूल या क्रीम के अलावा कोई दवाई चाहिए तो सिरप एक बेहतरीन पर्याय है। इसे आप पानी में घोलकर भी पि सकते है।

महिला बवासीर के लक्षण

महिला में पुरुषों की तुलना में अधिक बवासीर होता है। खासकर जब आप गर्भवती होती है तब कब्ज़ के साथ बवासीर होना काफी आम समस्या है। महिला बवासीर के लक्षण है:

  1. मल में लाल रक्त दिखाई देना,
  2. गुदा में खुजली,
  3. शौचालय जाने के बाद भी आपको मल त्याग करने की इच्छा मेहसूस होना,
  4. आपके गुदा के आसपास गांठ,
  5. आपके गुदा के आसपास गंभीर दर्द,
  6. मल त्याग के दौरान तीव्र दर्द।

खूनी बवासीर की दवा पतंजलि

Patanjali Divya Arshakalp Vati यह पतंजलि दवा खूनी बवासीर के लिए एक प्रभावी दवा है जिसमे आपको ४० टैबलेट मिलती है जो आप दिन में दो बार पानी के साथ ले सकते है।

अर्शकल्प वटी बवासीर और फिस्टुला के लिए एक सिद्ध औषधि है। यह हर्बल अर्क के संयोजन से बनाया गया है जो सूजन को ठीक करने और दर्द और परेशानी को शांत करने की क्षमता रखता है।

अर्शकल्प वटी में रेचक गुण भी होते हैं जो क्रमाकुंचन को प्रेरित करते हैं और इस प्रकार आंतों को दर्द मुक्त बनाते हैं।

इसके अलावा यह पाचन में सुधार करता है, गैस बनने और बेचैनी को कम करता है। कब्ज और बवासीर को जीवन का आनंद लेने से पीछे न आने दें।

FAQs

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं?

सफेद चावल आपको कब्ज़ दिला सकता है जिसकारण आपको बवासीर फिर से हो सकते है। इसीलिए यदि आपको अतीत में बवासीर हुआ हो तो ऐसे में आप सफेद चावल का सेवन कम करें।

बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं?

बवासीर में आप दूध पी सकते है। यदि आप बवासीर में दूध पीते हो तो आपको दर्द कम हो सकता है। इसके अलावा मल त्याग में भी आपको आसानी होगी।

बवासीर में अंडा खाना चाहिए या नहीं?

बवासीर में अंडा खाने कि सलाह हम नहीं देते। ऐसा इसीलिए क्योंकि अंडे में मौजूद कुछ तत्व पाचन में अधिक समय लगाते है जो मलत्याग में बाधा बन सकते है. बवासीर में ऐसा खाना लेना चाहिए जो आसानी से पच सकता है।

बवासीर में मछली खाना चाहिए या नहीं?

बवासीर में मछली खाने के कोई दुष्प्रभाव नहीं है लेकिन बवासीर में आपको नॉन वेज कम खाना चाहिए ऐसी सलाह हम देते है।

बवासीर में केला खाना चाहिए या नहीं?

बवासीर में केला खाना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि यह फायबर में भरपूर होता है और जिसकारण पाचन और मलत्याग आसान हो जाता है।

बवासीर में बादाम खाना चाहिए या नहीं?

बवासीर में बादाम खाए जा सकते है, लेकिन यह पाचन में जड़ होने के कारण एक बारी में तीन के ऊपर बादाम ना खाए वरना आपको मलत्याग में कठिनाई हो सकती है।

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