भारत : कोरोना से देश के हालत अधिक बद्दतर होते जा रहें है और इसे काबू पाना अधिक कठीण हो रहा है। ऐसें में डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) का विस्फोट एक और समस्या है। इसी डबल म्युटेंट कोरोना की वजह से देशभर में कोरोना मरिजो की संख्या बढती जा रही है।
महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब में डबल म्युटेंट कोरोना फिलहाल पाया जा रहा है। महाराष्ट्र और दिल्ली में कोरोना के मरीज इसी वजह से बढ रहें है ऐसा दावा भी अब किया जा रहा है। अब यह डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) क्या है, कितनी रफ्तार से फैलता है और यह कितना खतरनाक है यह देखते है। (What is double mutant corona new strain India Covid Update)
E484Q और L452R कोरोना के दो अलग-अलग उपभेद हैं। भारत में फिलहाल ये दोनो प्रकार के स्ट्रेन साथ में दिखाई दे रहें है।
इसके पेहले अमेरिका, ब्रिटन, सिंगापूर और ऑस्ट्रेलिया में यह डॉ स्ट्रेन साथ में देखे गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, यह दोहरा उत्परिवर्तन अब तक भारत में महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली तक फैल गया है।
डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) कितना खतरनाक है ?
कोरोना वायरस में स्पाईक प्रोटीन नाम का एक घटक होता है, जीसकी मदद से कोरोना वायरस मानवी शरीर को अपना होस्ट बनाता है।
इसके बाद यह कोरोना वायरस फेफड़ों पर संक्रमन करना चालू करता है और इसितरह कोरोना वायरस संक्रमन करता है।
अब में आपको बता दु की पिछले साल जो कोरोना वायरस का स्ट्रेन था उसका स्पाईक प्रोटीन कमजोर हो रहा था या लोगों को उसके खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली उत्पन्न हो चुकी थी।
लेकीन अब जो दो प्रकार के स्ट्रेन जिन्हे हम डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) केहते है यह दोनो आपस में जूड चुके है और इनकी संक्रमन शक्ती अधिक बढ चुकी है।
इससे समज आता है की कोरोना वायरस अब कितना खतरनाक बन चूका है।
एंटीबॉडीज से भी इसे कोई फर्क नहीं पड़ता
डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) को एंटीबॉडीज से भी इसे कोई फर्क नहीं पड़ता ऐसा दावा किया जा रहा है। इसलीए एक महिने में दो बार कोरोना होने के ने मामले सामने आए थे और आ रहें है। यह डबल म्युटेंट कोरोना कब तक जाएगा इसका कोई जवाब वैज्ञानिकों के पास नहीं है। लेकिन अगर आपको टीका (Corona Vaccine) लगाया गया है, केवल तब ही आप कोरोना के नए तनाव को कुछ हद तक रोक सकते हैं।
कोरोना के नए लक्षण
पिछले कोरोना संक्रमणों की तुलना में लक्षण अब अधिक सामान्य हैं। कोरोना के लक्षणों में गले में खराश और गले में झुनझुनी सनसनी शामिल है। ये लक्षण वर्तमान कोरोना रोगियों के 52 प्रतिशत में मौजूद हैं। कुछ रोगियों को खाने या पानी पीने के बाद भी गले में खराश का अनुभव होता है।
भारतीय वैज्ञानिकोद्वारा प्रकाशित जीनोम अनुक्रमण डेटा के अध्ययन के अनुसार रिपोर्ट में यह कहा गया है की इस “डबल म्यूटेशन” वेरिएंट में भारत द्वारा वैश्विक रिपॉजिटरी जीआईएसएआईडी के लिए भेजे गए कोरोना वायरस के सॅम्पल में लगभग 80 प्रतिशत सॅम्पल में डबल म्युटेंट कोरोना (Double Mutant Corona) पाया गया है।
Double Mutant Corona युवाओं और बच्चो को कर रहा सबसे अधिक प्रभावित
वर्तमान में, देश में लगभग 25.99 प्रतिशत रोगियों की संख्या 21 से 30 वर्ष की आयु में है,जबकि 11 से 20 वर्ष की आयु के 9.79 प्रतिशत बच्चे संक्रमित हैं। इसके अलावा 10 साल या उससे कम उम्र के 4.42 प्रतिशत बच्चे वायरस से जूझ रहे हैं।
इससे पता चलता है कि प्रभावित होने वाले बच्चों और युवाओं की संख्या 70 वर्ष की आयु वर्ग की तुलना में अधिक है।