नमस्कार दोस्तो आज भारत के कइ राज्यो में पेट्रोल का दाम 100 के उपर चला गया है और अधिकतम राज्यो में यह 90 के स्तर पर है.
लेकीन आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकी ये मोदी जी के अच्छे दिन है डोस्तो, अगर यही दाम काँग्रेस की सरकार में होते तो हम कह सकते थे की ये महेंगाई है.
लेकीन ये दाम तो मोदी जी के सरकार ने लगाए है तो इसके उपर सवाल उठायेंगे तो हम तो देशद्रोही बन जाऐंगे.
32 रुपये का कच्चा तेल भारत के आम जनता तक जाने तक 90 रुपये का बन जाता है, वैसे हमे इसमे नाराज होने की कोई बात नहीं क्योकी मोदी है तो मुमकीन है.
अगर आप 100 रुपये का पेट्रोल या डीझल भर रहें हो तो मान लो आप राष्ट्र निर्माण के लिए पैसे दे रहें हो ऐसा समज रहें हो तो मूर्ख हो तुम.
पेट्रोल और डीझल का प्राईज कैसे तय होता है ?
सरकार डायनामीक प्राईज का ईस्तेमाल करती है पेट्रोल और डीझल के दाम निश्चित करने के लिए, दुनिया के बाजार में जैसे जैसे कच्चे तेलो का दाम उपर नीचे होता है उसी तरह हमारे पेट्रोल और डिजल का दाम उपर नीचे होता है.
अब आप कहेंगे कच्चे तेल के दाम कम होंगे तब हमे सस्ता पेट्रोल मिलेगा लेकीन ऐसा नहीं होता दोस्तो , जब दुनिया के बाजार में कच्चे तेल के दाम कम होते है तब सरकार अपना टॅक्स बढाती है इसिलिए पेट्रोल और डीझल के दाम उतने ही बने रेहते है.
हाल ही में मोदी सरकार ने पेट्रोल पे 32 रुपये और डीझल पर 31 रुपये टॅक्स लगाया है, जो 2020 के शुरुवात में 20 रुपये और 16 रुपये होता था.
आज के दिन आप 60% से भी ज्यादा किमत सिर्फ टॅक्स में देते है.नीचे दिया गया चार्ट देख लिजीए आपको सारी जाणकारी मिल जायेगी.